वरिष्ठ रिपोर्टर सतीश कुमार मौर्य
लद्दाख में तैनात सैनिकों की ताकत को बढ़ाने के मकसद से वहां के अग्रिम क्षेत्रों में मेड इन इंडिया इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स को शामिल कर लिया गया है. उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने व्यक्तिगत रूप से इस युद्धक वाहन को चलाया और कहा कि इन लड़ाकू वाहनों के इस्तेमाल से सेना के जवान क्षेत्र के दुर्गम इलाकों में बड़ी आसानी से जा सकेंगे.
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने एएनआई को बताया, कोई भी आसानी से वाहन चला सकता है और चालक वाहन के अंदर से 1800 मीटर दूर तक देख सकता है. इतना ही नहीं, वाहन पर लगे हथियार को अंदर से नियंत्रित किया जा सकता है. इन्फैंट्री प्रोटेक्टेड मोबिलिटी व्हीकल्स नाम के वाहनों को इस साल अप्रैल में भारतीय सेना को दिया गया था और लद्दाख के पहाड़ी इलाकों में इसका परीक्षण किया गया है.