तीनों जिलों में अब तक 14000 मेट्रिक टन गेहूं की हुई खरीद
पहले स्थान पर गोरखपुर मंडल काबिज
मिर्जापुर : विंध्याचल मंडल गेहूं खरीद के मामले में गोरखपुर के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। विंध्याचल मंडल के तीनों जिलों में अब तक 14500 मैट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है। यह कुल खरीद का लगभग 8 फीसदी है।
विंध्याचल मंडल के तीनों जिले में 72 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। किसानों से गेहूं खरीद के लिए तीनों जिलों में 107 क्रय-केंद्र खोले गए हैं। इन क्रय केंद्रों को बीते एक अप्रैल से सक्रिय कर दिया गया है। तीनों जिलों में अब तक मात्र 14500 मेट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इनमें मिर्जापुर में सर्वाधिक 5000 मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। वही भदोही में 2000 मीट्रिक टन और शेष गेहूं सोनभद्र में खरीदा गया है।
संभागीय खाद्य नियंत्रक प्रभाकांत द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष खुले बाजार में गेहूं का मूल्य अधिक होने के कारण किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर अपेक्षाकृत कम गेहूं बेच रहे हैं। शासन की भी यही मंशा है कि किसानों को उपज का बेहतर मूल्य मिले।
वही राशन की दुकानों से मुफ्त खाद्यान्न वितरण के सवाल पर कहा कि खरीद का संबंध राशन की दुकानों पर वितरित किए जाने वाले मुफ्त खाद्यान्न से कोई नहीं है। राशन की दुकानों से वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न की आपूर्ति एफसीआई से होती है।
एफसीआई के पास गेहूं का पर्याप्त भंडार है। यही वजह है कि केंद्र सरकार ने गेहूं का निर्यात भी ओपन कर दिया है। वैसे प्रदेश इस वर्ष गेहूं उत्पादन के मामले में देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश में खाद्यान्न का संकट नहीं है।
आत्मा प्रसाद त्रिपाठी की रिपोर्ट