गुलाब के जीवन का पहला गुजरात सीने मीडिया अवार्ड मिला

वाराणसी वरिस्ठ रिपोर्ट रोहित सेठ

वाराणसी :- गुलाब के जीवन का पहला गुजरात सीने मीडिया अवार्ड मिला | गुलाब का जीवन परिचय गुलाब एक्शन एक्टर आनंद गुजरात की पैदाइश है गुलाब के माता पिता बहुत ही गरीब थे और उन्होंने पूरा जीवन चारपाई के तंबू में गुजार दिया था लेकिन गुलाब के पिता तम्मा भाई सलाट एक हाथ मजदूरी करके अपने बेटे को एक अच्छे मुकाम तक पहुंचाने की कोशिश में थे और उसमें एक नाम था गुलाब सलाट का जो 8 वर्ष की उम्र से ही फिल्म बॉलीवुड का लगाव था कि मैं एक बार फिल्मों में काम करूंगा पापा को यह बोला था पापा ने वही बात को लेकर मेहनत करना चालू कर दिया रात दिन मजदूरी करके अपने बेटे को एक अकैडमी में जॉइनिंग करवा दिया मार्शल आर्ट कराटे ऑल इंडिया वाडो काई कराटे डो एकेडमी इंडिया इंटरनेशनल में जॉइनिंग करवा दिया था करीबन 5 साल लगातार मेहनत करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कराटे मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट की डिग्री हासिल की और गुलाब ने बाग बगीचों में अपने ब्रेक डांस की ट्रेनिंग और प्रैक्टिस करते थे जाकर बिना मास्टर के अब मुझे डांस एकेडमी में जॉइनिंग होना पड़ेगा |

डांस के लिए तो उसने अपना आनंद जिला छोड़कर जिमनास्टिक और डांस की ट्रेनिंग लेने गए हैदराबाद वहां से कड़ी मेहनत करके एक साल की डिग्री लेकर हैदराबाद से और अपने जिले को वह कर्तव्य दिखा दिया और कुछ नाम हुआ गुलाब के पिता का सर फ़क्र से उठ गया अब मेरे बेटे को मुंबई लेकर जाऊंगा और कोई फिल्म में काम दिलाऊंगा। आनंद छोड़कर पिता तम्मा भाई गुलाब को लेकर मुंबई गए वहां से एक डायरेक्टर के साथ मुलाकात हुई ₹15000 का चूना लगाया गुलाब के पिता तम्मा भाई को फंसा लिया डायरेक्टर ने फिर भी काम नहीं मिला मुंबई छोड़कर वापस अपने शहर आए आनंद कुछ दिनों के बाद गुलाब के पिता तम्मा भाई का देहांत हो गया गुलाब बिल्कुल अकेला और कमजोर पड़ गया अब मैं क्या करूंगा पिता के जाने के बाद हालात ऐसे थे आनंद रामनगर की स्कूल में पढ़ाई करने जाते थे मैत्री विद्यालय रामनगर मजबूरी में आठवीं कक्षा तक पढ़ाई छोड़ना पड़ा घर में काफी परेशानियां बढ़ने लगी दो भाई थे दो बहने थी गुलाब की मां सोनी बैन उनकी तबीयत भी दिन पे दिन बिगड़ती गई और मां सोनी बहेन के ऊपर काफी ध्यान रखता था अपनी मां को नहीं खोना चाहता हूं पिता को तो हाथ से खो दिया है लेकिन मां को भी खोदिया हैं माता -पिता का दोनों का साया गुलाब के सर से उठ गया वहां से डांस के कुछ परफॉर्मेंस करके और कराटे क्लासेस चला कर कुछ पैसा जमा करके अपना गुजारा चलाते थे गुलाब और कुछ दिनों के बाद हर जगह जगह हर स्टेट में गए |

अपनी प्रोफाइल पोर्टफोलियो बायोडाटा डिटेल्स लेकर बड़े-बड़े नामचीन शहरों में गए जैसे मुंबई , कोलकाता, दिल्ली , चेन्नई , बेंगलुरु , जयपुर , लखनऊ , पटना , गोवा , गोवहाटी, हैदराबाद ,अहमदाबाद, बड़ौदरा गए | इन शहरों में जाने के लिए ट्रेन के जनरल डिब्बों में कभी एक टाइम का खाना भी नसीब नहीं होता था गुलाब को फिर भी हिम्मत नहीं हारे लेकिन नाकाम रहे सिर्फ प्रोड्यूसर डायरेक्टर ने वाद किए लेकिन काम कुछ भी नहीं मिला और फिल्म प्रोड्यूसर डायरेक्टर से अपने काम के लिए गुजारिश लेकिन खास करके पैसे का डिमांड करके गुलाब को पीछे हटा देते थे और गुलाब के पास इतना पैसा नहीं था के गुलाब सलाट फिल्मों में काम कर सके अपना पैसा लगाकर अपने शहर आनंद बाहोत सारी ठोकरे खाने के बाद वापस आ गए और फिर खतरनाक 8 घंटे की सख्त अपनी ट्रेनिंग करना चालू कर दिया कराटे मार्शल आर्ट जिमनास्टिक ब्रेक डांस लाठी नानचाकू तलवारबाजी बॉडी स्टंट योगा स्टंट फिल्मी करियर ऐक्शन फिल्मी ऐक्टिंग करके अपने पापा का शहर का नाम रोशन करुंगा फिर किस्मत ऐसे जगी सीरियल में छोटा रोल मिला ‘जय जय जग जननी दुर्गा मां’ जो कलर्स टीवी चैनल पर प्रसारित होती थी ‘जय जय बजरंगबली’ जो सहारा वन टीवी चैनल पर प्रसारित होती थी ₹150 में काम किया फिर 11 गुजारती, 2 हिंदी,1 बालीवुड, 1भोजपुरी ,3 हिंदी शॉर्ट फिल्म में काम करने की शुरुआत सीरियल से हुई। गुलाब रात दिन अपने फिल्म के काम के लिए लेकिन कभी थमने का नाम नहीं लेते थे सिर्फ काम करने की धगस थी फिर गुलाब को हिंदुस्तान की मीडिया प्रेस वालो का बहुत बड़ा सपोर्ट मिला और से एक- एक खबरें हिंदुस्तान के हर जिलों से हर न्यूज़ मै निकलने लगी और गुलाब का नाम अपने आप मीडिया वालों ने गुलाब की कलाकारी का जलवा सारे हिंदुस्तान में दिखाने लगे |

आज बहुत फेमस होने जा रहे हैं गुलाब एक्शन एक्टर अपने तमाभाई पिता का नाम रोशन करदिया सबसे ज्यादा आज मीडिया गुलाब की जान बन चुकी है और लाखों- करोड़ों परिणाम है ||

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