वाराणसी :
श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों के दर्शन पूजन और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने गुरुवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल एक आम भक्त की तरह मुंह पर गमछा ओढ़े मंदिर पहुंचे। मंडलायुक्त धाम के द्वार संख्या चार के पास नंदू फारिया गली के रास्ते पर पहुंचे। यहां मोबाइल से फोटो लेने लगे तो सुरक्षाकर्मी ने मना कर दिया। बिना कोई परिचय दिये यहां से निकलकर उन्होंने जूता व मोबाइल जमा किया।
लाइन में लगकर बाबा के दर्शन का इंतजार करने लगे। गर्भगृह के पास पहुंचे तो सेवादार व पुलिसकर्मियों के व्यवहार ने हिला दिया। मंदिर में सेवादारों व सुरक्षाकर्मियों का दर्शनार्थियों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं मिला। कमिश्नर ने दर्शन के दौरान सेवादारों को भक्तों से पैसा मांगते देखा। सुरक्षाकर्मियों का व्यवहार यात्रियों से रूढ़ रहा। सुरक्षाकर्मियों द्वारा यात्री सुविधा केंद्र तक मोबाइल न ले जाने देने की प्रक्रिया से भी कमिश्नर नाराज हुए। दर्शन पूजन के बाद कमिश्नर अतिथि गृह पहुंचे और मंदिर न्यास व पुलिस अधिकारियों की क्लास लगाई। उन्होंने कहा धाम में देश के कोने कोने से भक्त ब़ड़ी संख्या में आते हैं। यहां आने वालों से सुरक्षाकर्मी संवेदनशील रहे।
उन्होंने कहा मंदिर के द्वार से फोटो खींचने को मना किया जा रहा था, जो गलत है। केवल मंदिर परिसर में फोटो खींचने पर रोक है। उन्होंने सम्बंधित कर्मचारियों के वरिष्ठ अधिकारियों को चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया।