इशारों को समझें,सीएम सोरेन का ये अंदाज देखिए,पीएम मोदी को सरकार ने बना दिया कायलदेवघर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में तेलंगाना गए थे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव उनके के स्वागत के लिए नहीं गए थे।के चंद्रशेखर राव का ये कदम देश में सियासी बहस का मुद्दा बना।पीएम मोदी मंगलवार को तेलंगाना के बाद विपक्षी दल की सरकार वाले अगले राज्य झारखंड पहुंचे। यहां तेलंगाना से ठीक उल्टा था।पीएम मोदी देवघर आए तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनका स्वागत करने के लिए मौजूद रहे। देवघर एयरपोर्ट से लेकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर तक सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी का पूरे मन से स्वागत किया।अभिभावदन से लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।ऐसा लगा कि पीएम मोदी के लिए सीएम हेमंत सोरेन सियासी मिठाई लेकर आए हैं।
सीएम हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परम आदरणीय कहकर अभिवादन किया और यहां तक कह दिया कि सपना साकार हुआ।इसके लिए पीएम मोदी को हार्दिक बधाई दी।सीएम हेमंत सोरेन ने ये भी ध्यान रखा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की भावी राजनीति जीवित रहे।
सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी के सामने भूमि अधिग्रहण, विस्थापन और खनिज का भी मसला उठाया।देवघर एयरपोर्ट के निर्माण के श्रेय का भी बंटवारा करने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि 2010 में भी उन्होंने इसके लिए प्रस्ताव दिया था।सीएम हेमंत बाबा बैद्यनाथ धाम श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष हैं।पीएम मोदी बाबा मंदिर में पूजा करने गए तो हेमंत सोरेन ने उनको प्रतीक चिह्न ज्योतिर्लिंग की आकृति भेंट की।
पीएम मोदी के आगमन पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो दिन पहले ही देवघर चले गए थे। तब ऐसा लगा कि वे श्रावणी महोत्सव की तैयारियों को मुख्य तौर पर देखने गए हैं। अगले दो दिनों तक सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी के कायर्क्रमों की बारीकी से समीक्षा की।अपने कैबिनेट मंत्री बादल पत्रलेख, हाजी हुसैन अंसारी, मिथिलेश ठाकुर को भी साथ लिया।
सीएम हेमंत सोरेन का संबोधन पीएम मोदी के लिए बेहद आत्मीयता से भरा रहा।पीएम मोदी भाषण दे रहे थे तो उनकी घोषणाओं पर सीएम हेमंत सोरेन तालियां बजा रहे थे।जैसे लग रहा था मानो उनके गठबंधन के शीर्ष नेता बोल रहे हों। सीएम हेमंत सोरेन बोले कि देवघर एयरपोर्ट के लिए 600 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया। तीन सौ परिवारों का विस्थापन हुआ। उन परिवारों के योगदान को भी नहीं भूल सकते। उन्होंने इशारे में बड़ी बात कही जिसके कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।
सीएम हेमंत सोरेन कहा कि झारखंड पिछड़ा राज्य है। कोई मकान या महल बनता है तो उसमें मजदूरों का भी बड़ा योगदान होता है। जब महल बन जाता है तो मजदूरों के योगदान को भूलना नहीं चाहिए।झारखंड के खनिज से पूरे देश का विकास हुआ है। झारखंड की छाती से इसे निकाला गया। केेंद्र सरकार को सहयोग करना चाहिए।एक ध्यान देने वाली बात है कि पीएम मोदी बाबा मंदिर में पूजा कर रहे थे तो सीएम हेमंत सोरेन मंदिर परिसर में मौजूद रहे। देवघर काॅलेज में भाजपा की सभा में जाने के पहले फिर पीएम मोदी से मिले। उन्हें प्रतीक चिह्न दिया और झुककर अभिवादन किया।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के आवास पर छापेमारी की है। इसके बावजूद भी सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी के सामने किसी भी तरीके से नाराजगी का इजहार नहीं किया। स्वाभाविक है, यह कुछ नया इशारा कर रहा है अथवा भविष्य के लिए मैत्रीपूर्ण संबंध के दरवाजे खोलकर रखने की कवायद है।