आत्मा प्रसाद त्रिपाठी की रिपोर्ट
सिंचाई के लिए बनाई गई नहर को पाटकर क्रेशर संचालकों ने बनाया सड़क , आखिर इस पर कब चलेगा बुलडोजर
अहरौरा क्षेत्र का एकमात्र ऐसा गांव जहां भारतीय किसान यूनियन के बड़े-बड़े नेता रहते हैं लेकिन गांव में 45 वर्षों बाद भी सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंच पाया है ।आज भी गांव की खेती भगवान भरोसे है गांव में सिंचाई के लिए 1975 में शुरू की गई सोनपुर माइनर का कार्य 47 वर्षों बाद भी पूरा नहीं हो पाया है ।

नहर की अधिकांश भाग को पाटकर क्रेशर संचालकों ने सड़क बना ली है ।
और उसका प्रयोग क्रेशर प्लांट से निकलने वाले उप खनिज को ले जाने के लिए कर रहे हैं ।
वही गांव के लोग सवाल उठा रहे हैं कि इस नहर पर कब बाबा का बुलडोजर चलेगा और नहर अतिक्रमण से मुक्त होगी ।
अहरौरा जमुई रोड के किनारे अहरौरा से पांच किलोमीटर पश्चिम स्थित सोनपुर गांव सिंचाई के लिए आज भी भगवान के भरोसे है ।
सोनपुर गांव की खेतों को सिंचित बनाने के लिए पूर्व सिंचाई मंत्री लोकपति त्रिपाठी ने 1975 में सोनपुर माइनर बनाने की नींव रखी थी और उस समय कल्पना की गई थी की अहरौरा बांध से निकलने वाली बैरमपुर माइनर से शेखवा गांव के पास से लिंक कर निकाली गई सोनपुर माइनर में पानी पहुंचेगा और सोनपुर गांव सिंचाई की दृष्टि से आबाद हो जाएगा ।
लेकिन यह कौन जानता था कि यह कल्पना कोरी साबित होगी और सोनपुर गांव सिंचाई के लिए सदैव तरसता रहेगा ।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव सिद्धनाथ सिंह सोनपुर गांव के ही निवासी हैं जो पिछले कई वर्षों से भारतीय किसान यूनियन की राजनीति कर रहे हैं और भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष एवं मंडल अध्यक्ष के पद को सुशोभित कर चुके हैं लेकिन उन्होंने अपने गांव की सिंचाई व्यवस्था के लिए कोई ठोस पहल आज तक नहीं करवा सके ।
सोनपुर गांव की सिंचाई के लिए बनाए जाने वाले सोनपुर माइनर के नहर के अधिकांश भाग पर अवैध अतिक्रमण कर्ताओं का बोलबाला है ।
और क्रेशर संचालकों एवं कटर संचालकों ने पूरी नहर को जेसीबी से काटकर रास्ता बना ली है जिससे अब नहर का नामोनिशान भी मिट गया है ।
इस संबंध में ग्रामीण कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों के यहां गुहार लगा चुके हैं लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों के पास फुर्सत नहीं है कि वह अपनी नहर की बेशकीमती जमीन को बचाने के लिए कुछ कर सके ।
भारतीय जनता पार्टी के इस सरकार में लोगों को मुख्यमंत्री से बहुत अपेक्षाएं हैं और लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुखिया से गुहार लगाई है की नहर पर अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध भी बुलडोजर चलाकर नहर को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए ।और सोनपुर माइनर में सिंचाई के लिए पानी आने की व्यवस्था कराई जाए ।
सोनपुर गांव निवासी भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव सिद्धनाथ सिंह का कहना है कि सोनपुर माइनर का निर्माण करोड़ों रुपए की लागत से लगभग 45 वर्षों पूर्व शुरू कराया गया था लेकिन शेखवा गांव के सामने से लेकर सोनपुर तक नहर पर काफी पटाव होने के कारण उस समय सफलता नहीं मिल पाई थी ।
उनका कहना है कि अगर पक्की लाइनिंग बनाकर इस नहर को बनाया जाए तो सोनपुर गांव सिंचाई के लिए आवाद हो जाएगा ।
वहीं सिंचाई विभाग के जेई नरसिंह मौर्या से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया वहीं सिंचाई खंड चुनार के एसडीओ ने बताया कि अतिक्रमण कर्ताओं के विरुद्ध नोटिस जारी की जाएगी ।
[14/05, 6:40 PM] मिश्रा जी पत्रकार Mishra रामपुर: जौनपुर मिर्जापुर मार्ग रामपुर बाजार के सटे नहर किनारे नग्न अवस्था में मिली अज्ञात लाश राहगीर रास्ते से एक महिला गुजर रही थी रास्ते में नहर किनारे पड़ी लाश देखकर हल्ला मचाने लगी हल्ला सुनकर 112 भी फोन किया गया पुलिस की गाड़ी वहां आई लाश को अपने कब्जे में लेकर थाने ले आई और आवश्यक कार्रवाई के लिए जुट गई अभी तक उस लाश की शिनाख्त नहीं हो पाई है