ब्यूरो भदोही
‘‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस‘‘ के उपलक्ष्य में जन जागरूकता फैलायें जाने हेतु हस्ताक्षर अभियान एवं गोष्ठी का आयोजन हेतु मुख्य विकास अधिकारी भानु प्रताप सिंह व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार चैक की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बैठक की गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि 31 मई 2022 ‘‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस‘‘ है। तम्बाकू सेवन का व्यापक दुष्प्रभाव है। इसके सेवन से कई बीमारियां हो सकती है। लोगो को जागरुक करने के लिये प्रत्येक वर्ष 31 मई को ‘‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस‘‘ दिवस मनाया जाता है। उनके द्वारा बताया गया कि तम्बाकू सेवन से गम्भीर बिमारियां जैसे-मुख, फेफड़े का कैन्सर, बी0पी0, शुगर, नपुंसकता इत्यादि बीमारियो हो सकती है इस कारण कई लोग समय से पहले अपंग या मत्यु को प्राप्त करते है।
उनके द्वारा बताया गया कि ‘‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस‘‘ के अवसर पर विभाग द्वारा जनपद में विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम यथा शपथ अभियान, सभी सामु0/प्रा0स्वा0 केन्द्रो/हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरो/उपकेन्द्रो पर निःशुल्क एन0सी0डी0 जांच शिविरो का आयोजन किया जा रहा है।
नोडल अधिकारी डॉ बीएन सिंह तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा बताया गया कि 15 मई से 15 जून तक तम्बाकू निषेध माह मनाया जा रहा है जिसमे अभियान के दौरान समस्त जनपद के विभागों का दायित्व होगा कि वे अपने-अपने कार्यालय में तम्बाकू निषेध जनजागरूकता पर चर्चा करायें तथा जनहित में प्रचार-प्रसार करायें, प्रति सप्ताह स्वास्थ्य, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग आदि सार्वजनिक स्थलों पर छापेमारी करें तथा अधिनियम का उल्लघंन करने पर दोषी पायें जाने के विरूद्ध जुर्माना की कार्यवाही करें,
ब्लाँक स्तरीय चिकित्सालयों में प्रतिदिन आने वालें मरीजों एवं तीमारदारों की काउन्सिलिग कर उन्हें तम्बाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करें। इस दिन का मुख्य उददेश्य सिगरेट और अन्य तरीको के माध्यम से तम्बाकू सेवन के हानिकारक स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में लोगो मे जागरुकता फैलाना है। धूम्रपान करने की बुरी आदत से छुटकारा पाने में धूम्रपान करने वालों की मदद करना महत्वपूर्ण है। उनके द्वारा बताया गया कि लोगो को तम्बाकू सेवन से मुक्त होने हेतु जिला चिकित्सालय भदोही में तम्बाकू उन्मूलन केन्द्र क्रियाशील है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 बीएन सिह द्वारा बताया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर वर्ष इसकी थीम निर्धारित की जाती है इस वर्ष इसकी थीम पर्यावरण बचायें निर्धारित की गयी है आकड़े बताते है कि प्रति वर्ष साठ करोड़ वृक्षो को काटकर सिगरेट बनाया जाता है और तम्बाकू जनित उत्पादो से लगभग आठ करोड़ चालीस लाख टन कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जित होती है जिससे वायुमण्डल का तापमान बढ़ता है इतना ही नही सिगरेट बनाने में लगभग बाइस अरब लीटर पानी का उपयोग किया जाता है इससे न केवल पर्यावरण का खतरा उत्पन्न होता है बल्कि जल की बर्बादी होती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार चक द्वारा बताया गया कि अगर व्यक्ति दृढ़ इच्छाशक्ति बना ले तो वह नशा छोड़ सकता है। अन्त में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी अमित दुबे द्वारा सभी को उक्त आभियान में सच्चे मन के साथ सक्रिय रुप से भाग लेने हेतु शपथ दिलाई गई।