ब्यूरोचीफअन्तपुरी प्रयागराज की रिपोर्ट
प्रयागराज- धरती के भगवान माने जाने वाले चिकित्सकाें पर भी नजर रखी जाएगी। ओपीडी में ड्यूटी पर समय से न आने वाले डाक्टरों की कार्यशैली में सुधार लाने के लिए अब तकनीकी रूप से उन पर नजर रखी जाएगी। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय की ओर से डाक्टरों की लाइव लोकेशन रखने का इंतजाम किया जा रहा है। इसमें यह देखा जाएगा कि ओपीडी में डाक्टरों के आने और जाने का समय क्या है। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय इसके लिए आइटी विशेषज्ञों की मदद लेगा। वहीं जिन डाक्टरों को अब तक चेतावनी मिली है उन्होंने कार्यव्यवहार में बदलाव नहीं किया तो निलंबन की कार्रवाई भी हो सकती है।
सीएचसी, पीएचसी व नगर के कुछ अस्पताल में डाक्टरों की मनमानी : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, नगर क्षेत्र के भी कुछ अस्पतालों में डाक्टरों की मनमानी है। ओपीडी के शुरू होने का समय सुबह आठ बजे है लेकिन कई डाक्टर ठीक समय पर नहीं आते।
सीएमओ के निरीक्षण में चिकित्सक व कर्मी गैरहाजिर मिले थे
अप्रैल माह में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नानक सरन ने अस्पताल में निरीक्षण किया था। उसमें 20 से अधिक डाक्टरों तथा कर्मचारियों के गैरहाजिर मिले थे। इससे यह बात साफ हो गई है कि डाक्टर मनमानी करते हैं। रोगियों, तीमारदारों को इससे परेशानी होती है और प्रदेश शासन की छवि धूमिल हो रही है। इसके बाद भी मुख्य चिकित्साधिकारी ने नैनी के चाका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया था। वहां अधीक्षक समेत पूरा स्टाफ ही लापता मिला।
वेतन कटने के बाद भी लापरवाही : अस्पतालों में लगातार भ्रमण, अनुपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों और डाक्टरों के वेतन कटने के बावजूद लापरवाही में कोई कमी नहीं आई है। इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नानक सरन ने कहा है कि वेतन कटने और चेतावनी के बाद भी जिनकी कार्यशैली नहीं बदलेगी उन्हें निलंबित भी किया जाएगा।
डाक्टरों की लाइव लोकेशन को आइटी विशेषज्ञों से मदद ली जाएगी : सीएमओ
सीएमओ ने बताया कि डाक्टरों की लाइव लोकेशन के लिए आइटी विशेषज्ञों से मदद ली जा रही है। ऐसी तकनीक पर काम किया जाएगा जिसमें डाक्टरों के ओपीडी में आने-जाने के समय पर निगरानी मुख्यालय में बैठकर ही की जा सके। कहा कि अस्पतालों की सेहत की भी हालत में सुधारना प्राथमिकता है।