अवैध खनन से पर्यावरण और गांव को गंभीर खतरा

आत्मा प्रसाद त्रिपाठी की रिपोर्ट

वर्षो से हो रहा है मिट्टी का अवैध खनन

अवैध खनन पर स्थानीय प्रशासन रोक लगाने में नाकाम

रात 8 बजे के बाद से 4 बजे भोर तक गरजती है दर्जन भर जेसीबीयां व दर्जनों ट्रैक्टर

रात में अदलपुरा से वाराणसी राज मार्ग पर चलना हो जाता है मुश्किल

खनन के लिए सैकड़ो पेड़ो को चढ़ा दी बली

गंगा का तराई क्षेत्र होने से कटान का बढ़ा खतरा

चुनार , मिर्जापुर।
चुनार कोतवाली अंतर्गत नंदू पुर में मिट्टी माफियाओं की दबंगई और भारी पैमाने पर जमीन का सीना खोद, उपजाऊ मिट्टी की ब्लैक मार्केटिंग करने से पर्यावरण व आसपास के रहवासियों के सामने गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। गहरी मिट्टी खुदाई किए जाने से आने वाले बरसात में पानी भरने व कटान होने से जान माल की भारी नुकसान की आशंका स्थानीय निवासियों को भयभीत कर रही है , परंतु दबंग माफियाओं और उन पर पुलिस प्रशासन का वरदहस्त लोगों को चुप रहने पर विवश कर रहा है।
जानकारी के अनुसार यह मिट्टी माफिया दर्जन भर जेसीबी व ट्रैक्टर से यहां की जमीन से भारी पैमाने पर मिट्टी खुदाई कर ट्रक ,ट्रैक्टर के माध्यम से वाराणसी के आसपास प्लाटों के गड्ढे भरने व बड़े कंस्ट्रक्शन कंपनियों को भारी मुनाफे लेकर बेच मालामाल हो रहे हैं, जबकि 10 से 15 फीट गहरी लंबे चौड़े इलाके में जबरदस्त मिट्टी दोहन व उससे उड़ने वाले धूल से ( डस्ट ) स्थानीय इलाके के निवासियों के सामने अपने घर पर रहना खाना मुश्किल हो गया है पशुओं को आने वाले बरसात में सुरक्षित रखने को लेकर गंभीर खतरे का भय उत्पन्न हो गया है । ऐसे में जिला प्रशासन को खनन पर अबिलंब रोक लगाते हुए भू माफियाओं पर बिना खनन विभाग व जिला प्रशासन से लीज और पट्टा एवं अनुमति न लिए जाने पर जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग स्थानीय रहवासियों ने की है। स्थानीय रहवासियों की जिला प्रशासन से मांग है कि वह उक्त स्थल की स्थलीय जांच करने व वस्तु स्थिति की जानकारी हेतु एक कमेटी भेज कर रिपोर्ट ले इस तरह के काले कारनामे को अंजाम देने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करें।

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